गोविंद बल्लभ पंत इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान घुड़दौडी, के तीन दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम "गूंज-2019" का तीसरे दिन भी छात्र छात्राओं की रंगारंग प्रस्तुतियों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इसके अलावा टीएसआर द्वारा की गई कड़ी मेहनत का परिचय यांत्रिकी विभाग के तृतीय वर्ष के छात्र करण कुकरेती ने एक वीडियो द्वारा दिया। जिसमें ऑडिटोरियम में उपस्थित सभी छात्रों ने तालिया बजाकर उनका मनोबल बढ़ाया। करण ने बताया की कैसे उन्होंने टीएसआर वाहन को बनाया और आईआईटी जैसे पर संस्थानों को सवितार रेसिंग में हराया। इसके बाद मशहूर गढ़वाली गाना 'चैता की चैतवाल' पर संगीत देने वाले कॉलेज के पूर्वछात्र गुंजन डंगवाल और थर्ड बटन स्टूडियो के डायरेक्टर राहुल रावत ने अपने गाने की प्रतुती देकर तालियों की गडगड़ाहट बटोरी। कार्यक्रम को आगे बढाते हुए फिर गूंज की फ़िल्म प्रदर्शित की गई जिसमें अपोलो ने 'आहट', रैंप ने 'फोर्थ चैप्टर', एकरीस ने 'उड़ान', और टीम सिविकस के अमित राणा और सूर्या भंडारी, शुभम सिंह बिष्ट ने बेटी के प्रति पिता का प्यार दिखाकर दर्शको को खड़े होकर दिल से सलाम करने पर मजबूर कर दिया। फ़िल्म में बेटी का किरदार प्रिया रावत ने और पिता का किरदार सूर्या भंडारी ने निभाया हैं। इसके बाद युगल गायिकी में अपोलो ने 'ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे, रैंप ने 'ये राते ये मौसम नदी किनारा', सॉफ्टवारियर ने 'सावन का महीना', एकरिस ने 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, सिविकस के रजत और ज्योति ने 'जब कोई बात बिगड़ जाए' प्रस्तुत किया।
फूटलूज़ में अपोलो ने 'श्री गणेशा देवो', रैंप ने 'टिप टिप बरसा पानी', सॉफ्टवारियर ने 'डिस्पेसिटो', एकरिस ने 'जाने नहीं देंगे तुझे', सिविकस के पवन टोनी और भूमिका मारटोलिया ने 'रिंकिया के पापा' डांस प्रस्तुत किया।
क्रम के अनुसार फिर मूक नाटिका में अपोलो ने 'गंगा प्रदूषण', रैंप ने 'राजनीति', सॉफ्टवारियर ने 'विश्व मे भारत का अदृश्य योगदान', एकरिस ने 'उत्तराखण्ड त्रासदी', सिविकस के रजत और ज्योति ने 'संवर्धन विविधता' प्रस्तुत किया। और अंत मे रैंप वॉक में अपोलो ने 'महाभारत' , रैंप ने 'कृष्णलीला', एकरिस ने 'नाट्य शास्त्र', सिविकस ने 'मैजिकल नंबर' और सॉफ्टवारियर ने 'बॉलीवुड पात्र' की बेहतरीन प्रस्तुती दी।
फ़िल्मी गानों की तकती के कुछ उदाहरण .... 1222 1222 1222 1222 ( hazaj musamman salim ) (१) -#बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है | -#किसी पत्थर की मूरत से महोब्बत का इरादा है -#भरी दुनियां में आके दिल को समझाने कहाँ जाएँ -#चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों *ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर , कि तुम नाराज न होना -#कभी पलकों में आंसू हैं कभी लब पे शिकायत है | -# ख़ुदा भी आस्मां से जब ज़मीं पर देखता होगा *ज़रा नज़रों से कह दो जी निशाना चूक न जाए | *मुहब्बत ही न समझे वो जालिम प्यार क्या जाने | *हजारों ख्वाहिशें इतनी कि हर ख्वाहि...
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