Skip to main content

फिल्मी गानों की तकती बहर पार्ट-1


फ़िल्मी गानों की तकती के कुछ उदाहरण ....

          1222 1222 1222 1222
       
                    ( hazaj musamman salim )


(१) -#बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है |
      -#किसी पत्थर की मूरत से महोब्बत का इरादा है
      -#भरी दुनियां में आके दिल को समझाने कहाँ जाएँ
      -#चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों
      *ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर , कि तुम नाराज न होना
      -#कभी पलकों में आंसू हैं कभी लब पे शिकायत है |
      -# ख़ुदा भी आस्मां से जब ज़मीं पर देखता होगा
       *ज़रा नज़रों से कह दो जी निशाना चूक न जाए |
       *मुहब्बत ही न समझे वो जालिम प्यार क्या जाने |
       *हजारों ख्वाहिशें इतनी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले |
       *बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं |
       *मुहब्बत हो गई जिनको वो परवाने कहाँ जाएँ |
       *मुझे तेरी मुहब्बत का सहारा मिल गया होता |
       *सुहानी रात ढल चुकी न जाने तुम कब आओगे |
       *कभी तन्हाईयों में भी हमारी याद आएगी |
       *परस्तिश की तमन्ना है, इबादत का इरादा है |
(pa1ras2tish2 kii2 ta1man2na2 hai2 'i1baa2dat2 ka2 i1raa2daa2 hai2)
      
     
(२) -रंग और नूर की बारात किसे पेश करूँ
      -वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
      *रात आई है मेरे गम में इजाफा लेकर |     
      *बात निकलेगी तो फिर दूर तक जायेगी |
      *अपनी तन्हाई का ओरों से न शिकवा करना
      *हाथ सीने पे जो रख दो तो करार आ जाये |
      *आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे |
      aa2j1 ham2 ap2 ni1 du1 aa2`oN2 ka1a1 sar2 de2 kheN2 ge2
      *दूर रह कर न करो बात करीब आ जाओ |
      *आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे |
         aa2j1 ham2 ap2ni1 du`1aa`2oN2 ka1 a1sar2 de2kheN2ge2
         [stress in this is the bold syllables]
       2122 1122 1122 22
    
duu2 r1 rah2 kar2 na1 ka1 ro2 baa2 t1 qa1 ree2 baa2 jaa2`o2

      

(३) - हम ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए
      -शिकवा नहीं किसी से किसी से गिला नही
      *उनके ख्याल आये तो आते चले गये |
      *जो भी हो तुम खुदा की कसम लाजवाब हो |
       
221 2121 1221 212

      
(४) - #किसी नज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है
      -#कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है
      -#हमें तो लूट लिया मिल के हुस्न वालों ने
      -#चराग़े इश्क़ जलाने की रात आई है
       1212 1122 1212 22(112)

      
(५) - #आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे
       -#होश वालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज है
       -#यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िंदगी
       -#मंज़िलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह
       -#चुपके चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है
       -#सरफिरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
       -#दिल के टुकड़े-टुकड़े कर के मुस्कुरा के चल दिए |
        
*ऐ गम-ए-दिल क्या करूँ ऐ वहशत-ए-दिल क्या करूँ |
         ai2 gha1m-e2-dil2 kyaa2 ka1rooN2 , ai2 weh2sha1t-e2-dil 2kyaa2 ka1rooN2
        
2122 2122 2122 212
  
   



     122 122 122 122


      ( mutaqarib musamman salim)
(६) -#सितारों के आगे जहाँ और भी हैं
      -#ये महलों ते तख्तों ये ताजों की दुनिया
      -#मुझे प्यार की ज़िंदगी देने वाले
        *जिन्हें नाज़ था हिन्द पे वो कहाँ जाएँ |
        
इशारों इशारों में दिल लेने वाले |
        *
तुम्हें प्यार करते हैं करते रहेंगे |
        *मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये |
        *संभाला है मैंने बहुत अपने दिल को |
        *ये दौलत भी ले लो ये शोहरत भी ले लो |
        Ye1 dau2 lat2 bhi1 le2 lo2 ye1 soh2 rat2 bhi1 le2 lo2   
           *जो तुम आ गये हो तो नूर आ गया है |
 
           *ये माना मेरी जां मुहब्बत सज़ा है |

           *मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू |

            *जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा |
           
             *वो जब याद आये बहुत याद आये |
          
             *जिन्हें नाज़ है हिन्द पर वो कहाँ है |
            
             *मुबारक हो तुमको समां ये सुहाना |

             *बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा |

              

  

(७) -
 #दूर है मंज़िल राहें मुशकिल आलम है तनहाई का (शकील)
     - #एक था गुल और एक थी बुलबुल दोनों चमन में रहते थे(आनंद बख्शी)
     -#पत्ता-पत्ता बूटा-बूटा हाल हमारा जाने है (मीर)    
      
22 22 22 22 22 22 22 2(11)
      (इसमे हर गुरु की जग़ह दो लघु इस्तेमाल हो सकते हैं)
       (सोलह रुक्नी)

      

(८) -*मिले सुर तेरा हमारा |
        
mi1 le2 suu2 r1 te2 ra2 ha1 maa2 ra2

          122/122/122(non standard)


     

(९) -#गगन से भी ऊंचा मेरा प्यार है |

        122-122-122-12

      

(१०)- मेरा दिल ये पुकारे आजा
          # 
कौन आया मेरे मन के द्वारे          
       222 - 212 - 122

       
     
 

(११) - इक रास्ता है ज़िंदगी जो थम गये तो कुछ नहीं
        *
जीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँ
      2212 - 2212 - 2212 - 2212 
      

     
 221 - 2122 -- 221-2122   
(१२) - #सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्ता हमारा
        -#ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले
       -#ये ज़िंदगी के मेले दुनियां में कम न होंगे |
       -#गुजरा हुआ ज़माना आता नहीं दुबारा
       -#तकदीर का फ़साना जाकर किसे सुनाएँ
       -# गाड़ी बुला रही है सीटी बजा रही है |
         *इन्साफ की डगर पे बच्चो दिखाओ चल के |
       


  
      221 - 2121 -1221 -212
(१३)
-‪#‎पहले‬ तो अपने दिल की रजा जान जाइए |
      -‪#‎हम‬ लाये हैं तुफ़ान से कश्ती निकाल के |
      -‪#‎सब‬ कुछ लुटा के होश में आये तो क्या किया |
      -‪#‎देखा‬ है ज़िन्दगी को कुछ इतना करीब से |
      -‪#‎मैं‬ ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया |
      -#मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया |
      -#उनके ख्याल आये तो आते चले गये |
        *दुनियां ने तेरी याद से बेगाना कर दिया |
  

      

(१४)-#
हम तुमसे जुदा होक मर जायेंगे रो रो के
            -#
जब दीप जले आना जब शाम ढले जाना
          -#साहिल से खुदा हाफ़िज़ जब तुमने कहा होगा
          -#इक प्यार का नगमा है मौजों की रवानी है
          -#हम आपकी आंक्जों में इस दिल को बसा दें तो
          -#सौ बार जन्म लेंगे सौ बार फना होंगे
          221 - 1222 // 221- 1222
        ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●

(१५)
 -#दुश्मन न करे दोस्त ने ये काम किया है |
           #दिल तोड़ने वाले तुझे दिल ढूंढ रहा है  है |         
           #दे दी हमें आजादी बिना खडग बिना ढाल |
            de2 dii2 ha1-men1 aa2 zaa2 dii1-bi1 naa2 khad2 ag1-bi1 naa2 dhaa2 l [1]

          221 - 1221 - 1221 - 122

Comments

Popular posts from this blog

उर्दू से हिंदी शब्द कोश

🌹🌹 *उर्दू से हिंदी शब्द कोश*🌹🌹                    *क़िस्त 67* 🔹इफ़लास  افلاس(पु०अ०-इफ़्लास)दरिद्रता,ग़रीबी। 🔹इफ़लाह  افلاح(पु० अ०-इफ़्लाह)भलाई,उपकार। 🔹इफ़शा,अ افشا(पु०अ०-इफ़्शा) प्रकट करना,ज़ाहिर करना। 🔹अफ़शां افشاں(स्त्री०फ़ा०)चाँदी सोने का बुरादा जो औरतें बालों पर छिड़कती या मांग पर लगाती हैं,जो चीज़ छिड़की जाय। 🔹अफ़शानी افشانی(वा०स्त्री०फ़ा०)छिड़कना,बिखेरना। 🔹अफ़शुरदह افشردہ(वि०फ़ा०)निचोड़ा हुआ,पु०-वो शरबत जो फल इत्यदि निचोड़ कर बनाई जाय। 🔹इफ़हाम افہام(पु०अ०)समझाना। 🔹इफ़ाक़ा افاقہ)पु०अ०-इफ़ाकः)रोग आदि में कमी,होश में आना। 🔹इफ़ादत افادت(स्त्री०अ०)हित करना,लाभ पहुँचाना। 🔹इफ़दा افادہ( पु०अ०)लाभ,राहत। 🔹इफ़्तख़ार   افتخار(पु०अ०-इफ्तिख़ार)फ़ख़्र या अभिमान करना,प्रतिष्ठा,इज़्ज़त। 🔹इफ़्तताह افتتاح(पु०अ०)पु०अ०)खोलना,ज़ाहिर करना,बेनक़ाब करना,शुरू करना। 🔹इफ़्तिरा افترا(पु०अ०)झूठा कलंक,तोहमत। 🔹इफ़्तिरा परदाज़ افترا پرداز --तोहमत लगाने वाला,इल्ज़ाम लगाने वाला। 🔹इफ़्तिरा परदाज़ी افتراپردازی--बुहतान लगाना,तोहमत रखना,इल्ज़ाम लगाना। क्रमशःजारी ----------         

सामान तुक वाले शब्द

४ वर्ण के तुकांत शब्द : - छोहगर ३ वर्ण के तुकांत शब्द : - छोहगर २ वर्ण के तुकांत शब्द : - अँखिगर अगर अगर-बगर अग्गरअचगर अजगर अजागर अठोंगर अतिजागर अनागर अपगर अभिजागर असगर आकबती लंगर आगर आजगर उजागर उत्तरी सागर उत्तूगरउप-नगर उप-सागर कगर कग्गर कठंगर कनिगर कमंगर कमागर कमानगर कलईगर कसगर काँसागर कागर कारगर कारीगर कीमियागर कुंदीगर कुशीनगर कृष्ण सागर कैगर कोफ्तगर क्षीर-सागर खंगर गंगा-सागर गंधर्व-नगर गचगर गर गर्गरगागर गानगर गिरि-नगर गुण-सागर गुदगर घोगर चगरचिकनगर चुँदरीगर चोगर छग्गर छागर छीर-सागर छोहगरजगर जगरमगरजाँगर जागर जाणगर जादूगरजिगर जिल्दगर जोइगर झगर टगर टूगर टेंगर डंगर डगरडग्गर डाँगरडिंगरडूँगर डोंगरडोगरढींगरतगरतबकगर तसगरतीरगरत्र्यंगरदगरदधि-सागर दबकगरदबगरदया-सागरदहेंगर दाँगर दागर दादगर दान-सागर दिगर दिव्य-नगर दीगर दीपगर दुःख-सागर दोगरधंगर धाँगरधूर-डाँगर नंगर नगर नगीनागर नट-नागर नब्दीगर नय-नागर नाँवगर नागर निगरपनिगरपरिनगरपरिनागर पश्चिम-सागर पांडव-नगर पागरपुष्कर-सागर पूर्व-सागर पोगर प्रजागर