Skip to main content

वक़्त के साथ हालात बदल भी जाते हैं फिर ऐसे ही लोग बदल भी जाते हैं जिनके होंठो से बरसते हैं फूल जाने क्यों उनके लहज़े बदल भी जाते हैं किया इंतज़ार शब-ऐ-उल्फत में भी उनका आये नहीं मालूम हुआ वादे भी बदल जाते हैं रंग रहा न वो, मिली जिसको सियासत रहे पास पैसा तो सादे भी बदल जाते हैं मुनाफा-ऐ-जिंदगी हुआ तो वहीँ डेरा डाला इस तरह जिंदगी के सजदे भी बदल जाते हैं पता चले उन्हें की रईस की मय्यत हुई हैं दलाल लोगो के आंसू भी बदल जाते हैं हम सोचने को मज़बूर कर देते है 'तारिक़' हर मसलो मैं हमारे मआशरे बदल जाते है

Comments

Popular posts from this blog

फिल्मी गानों की तकती बहर पार्ट-1

फ़िल्मी गानों की तकती के कुछ उदाहरण ....           1222 1222 1222 1222                             ( hazaj musamman salim ) (१) -#बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है |       -#किसी पत्थर की मूरत से महोब्बत का इरादा है       -#भरी दुनियां में आके दिल को समझाने कहाँ जाएँ       -#चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों       *ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर , कि तुम नाराज न होना       -#कभी पलकों में आंसू हैं कभी लब पे शिकायत है |        -#  ख़ुदा भी आस्मां से जब ज़मीं पर देखता होगा        *ज़रा नज़रों से कह दो जी निशाना चूक न जाए |        *मुहब्बत ही न समझे वो जालिम प्यार क्या जाने |        *हजारों ख्वाहिशें इतनी कि हर ख्वाहि...

ग़ज़ल कैसे लिखे, how to write a gazal 2

फ़िल्मी गानों की तकती - :बहर: पार्ट -2 फ़िल्मी गानों की तकती �������������������� (16) *आपके पहलू में आकर रो दिए          *दिल के अरमां आंसुओं में बह गये          *तुम न जाने किस जह...