वक़्त के साथ हालात बदल भी जाते हैं फिर ऐसे ही लोग बदल भी जाते हैं जिनके होंठो से बरसते हैं फूल जाने क्यों उनके लहज़े बदल भी जाते हैं किया इंतज़ार शब-ऐ-उल्फत में भी उनका आये नहीं मालूम हुआ वादे भी बदल जाते हैं रंग रहा न वो, मिली जिसको सियासत रहे पास पैसा तो सादे भी बदल जाते हैं मुनाफा-ऐ-जिंदगी हुआ तो वहीँ डेरा डाला इस तरह जिंदगी के सजदे भी बदल जाते हैं पता चले उन्हें की रईस की मय्यत हुई हैं दलाल लोगो के आंसू भी बदल जाते हैं हम सोचने को मज़बूर कर देते है 'तारिक़' हर मसलो मैं हमारे मआशरे बदल जाते है
फ़िल्मी गानों की तकती के कुछ उदाहरण .... 1222 1222 1222 1222 ( hazaj musamman salim ) (१) -#बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है | -#किसी पत्थर की मूरत से महोब्बत का इरादा है -#भरी दुनियां में आके दिल को समझाने कहाँ जाएँ -#चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों *ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर , कि तुम नाराज न होना -#कभी पलकों में आंसू हैं कभी लब पे शिकायत है | -# ख़ुदा भी आस्मां से जब ज़मीं पर देखता होगा *ज़रा नज़रों से कह दो जी निशाना चूक न जाए | *मुहब्बत ही न समझे वो जालिम प्यार क्या जाने | *हजारों ख्वाहिशें इतनी कि हर ख्वाहि...
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