मै ऐब ओ हुनर छुपाता फिरता हूँ कुऐ यार में ठोकरे खाता फिरता हूँ जो दुसरे लोगो को बताते हैं औकात मैं उनकी औकात बताता फिरता हूँ हक़ीक़त में ना हो अगरचे हो वजूद ख्वाब सर्फ़ मिज़्गाँ सजाता फिरता हूँ जो सौदा करते नफरतो के मयार में उनकी हयात की कीमत लगाता फिरता हूँ मालूम हैं मय करती जिंदगी मुख़्तसर इससे अपना दिल जलाता फिरता हूँ तड़पा कलम भी शबे तारिके तन्हाई में लिखते हुए भी अश्क़ बहाता फिरता हूँ
फ़िल्मी गानों की तकती के कुछ उदाहरण .... 1222 1222 1222 1222 ( hazaj musamman salim ) (१) -#बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है | -#किसी पत्थर की मूरत से महोब्बत का इरादा है -#भरी दुनियां में आके दिल को समझाने कहाँ जाएँ -#चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों *ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर , कि तुम नाराज न होना -#कभी पलकों में आंसू हैं कभी लब पे शिकायत है | -# ख़ुदा भी आस्मां से जब ज़मीं पर देखता होगा *ज़रा नज़रों से कह दो जी निशाना चूक न जाए | *मुहब्बत ही न समझे वो जालिम प्यार क्या जाने | *हजारों ख्वाहिशें इतनी कि हर ख्वाहि...
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