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वज़ीरे-आज़म के लिए चार मिसरे।

एक मतला और एक शेर देखे।

पैसे  को  खाने  के लिए तैयार मंत्री,
तख़्त  पर बैठे है सब भ्रष्टाचार मंत्री,
हाथो में हैं जिसके वतन की आबरू,
वो प्रधानमंत्री नहीं वो हैं प्रचार मंत्री!

तारिक़ अज़ीम 'तनहा'

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फिल्मी गानों की तकती बहर पार्ट-1

फ़िल्मी गानों की तकती के कुछ उदाहरण ....           1222 1222 1222 1222                             ( hazaj musamman salim ) (१) -#बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है |       -#किसी पत्थर की मूरत से महोब्बत का इरादा है       -#भरी दुनियां में आके दिल को समझाने कहाँ जाएँ       -#चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों       *ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर , कि तुम नाराज न होना       -#कभी पलकों में आंसू हैं कभी लब पे शिकायत है |        -#  ख़ुदा भी आस्मां से जब ज़मीं पर देखता होगा        *ज़रा नज़रों से कह दो जी निशाना चूक न जाए |        *मुहब्बत ही न समझे वो जालिम प्यार क्या जाने |        *हजारों ख्वाहिशें इतनी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले |        *बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं |        *मुहब्बत हो गई जिनको वो परवाने कहाँ जाएँ |        *मुझे तेरी मुहब्बत का सहारा मिल गया होता |        *सुहानी रात ढल चुकी न जाने तुम कब आओगे |        *कभी तन्हाईयों में भी हमारी याद आएगी |        *परस्तिश की तमन्ना है, इबादत का इरादा है | (pa1ras2tish2 kii2 ta1man2na2 hai2 'i1baa2dat2 ka2 i1raa2daa2 h

उर्दू से हिंदी शब्द कोश

🌹🌹 *उर्दू से हिंदी शब्द कोश*🌹🌹                    *क़िस्त 67* 🔹इफ़लास  افلاس(पु०अ०-इफ़्लास)दरिद्रता,ग़रीबी। 🔹इफ़लाह  افلاح(पु० अ०-इफ़्लाह)भलाई,उपकार। 🔹इफ़शा,अ افشا(पु०अ०-इफ़्शा) प्रकट करना,ज़ाहिर करना। 🔹अफ़शां افشاں(स्त्री०फ़ा०)चाँदी सोने का बुरादा जो औरतें बालों पर छिड़कती या मांग पर लगाती हैं,जो चीज़ छिड़की जाय। 🔹अफ़शानी افشانی(वा०स्त्री०फ़ा०)छिड़कना,बिखेरना। 🔹अफ़शुरदह افشردہ(वि०फ़ा०)निचोड़ा हुआ,पु०-वो शरबत जो फल इत्यदि निचोड़ कर बनाई जाय। 🔹इफ़हाम افہام(पु०अ०)समझाना। 🔹इफ़ाक़ा افاقہ)पु०अ०-इफ़ाकः)रोग आदि में कमी,होश में आना। 🔹इफ़ादत افادت(स्त्री०अ०)हित करना,लाभ पहुँचाना। 🔹इफ़दा افادہ( पु०अ०)लाभ,राहत। 🔹इफ़्तख़ार   افتخار(पु०अ०-इफ्तिख़ार)फ़ख़्र या अभिमान करना,प्रतिष्ठा,इज़्ज़त। 🔹इफ़्तताह افتتاح(पु०अ०)पु०अ०)खोलना,ज़ाहिर करना,बेनक़ाब करना,शुरू करना। 🔹इफ़्तिरा افترا(पु०अ०)झूठा कलंक,तोहमत। 🔹इफ़्तिरा परदाज़ افترا پرداز --तोहमत लगाने वाला,इल्ज़ाम लगाने वाला। 🔹इफ़्तिरा परदाज़ी افتراپردازی--बुहतान लगाना,तोहमत रखना,इल्ज़ाम लगाना। क्रमशःजारी ----------         

सामान तुक वाले शब्द

४ वर्ण के तुकांत शब्द : - छोहगर ३ वर्ण के तुकांत शब्द : - छोहगर २ वर्ण के तुकांत शब्द : - अँखिगर अगर अगर-बगर अग्गरअचगर अजगर अजागर अठोंगर अतिजागर अनागर अपगर अभिजागर असगर आकबती लंगर आगर आजगर उजागर उत्तरी सागर उत्तूगरउप-नगर उप-सागर कगर कग्गर कठंगर कनिगर कमंगर कमागर कमानगर कलईगर कसगर काँसागर कागर कारगर कारीगर कीमियागर कुंदीगर कुशीनगर कृष्ण सागर कैगर कोफ्तगर क्षीर-सागर खंगर गंगा-सागर गंधर्व-नगर गचगर गर गर्गरगागर गानगर गिरि-नगर गुण-सागर गुदगर घोगर चगरचिकनगर चुँदरीगर चोगर छग्गर छागर छीर-सागर छोहगरजगर जगरमगरजाँगर जागर जाणगर जादूगरजिगर जिल्दगर जोइगर झगर टगर टूगर टेंगर डंगर डगरडग्गर डाँगरडिंगरडूँगर डोंगरडोगरढींगरतगरतबकगर तसगरतीरगरत्र्यंगरदगरदधि-सागर दबकगरदबगरदया-सागरदहेंगर दाँगर दागर दादगर दान-सागर दिगर दिव्य-नगर दीगर दीपगर दुःख-सागर दोगरधंगर धाँगरधूर-डाँगर नंगर नगर नगीनागर नट-नागर नब्दीगर नय-नागर नाँवगर नागर निगरपनिगरपरिनगरपरिनागर पश्चिम-सागर पांडव-नगर पागरपुष्कर-सागर पूर्व-सागर पोगर प्रजागर